सिणधरी/बालोतरा टाइम्स से अरविंद थोरी की रिपोर्ट
समाज सेवा और मानवता के अमिट उदाहरण के रूप में पहचानी जाने वाली स्वर्गीय अनीता चौधरी की प्रथम पुण्यतिथि पर आज चौधरी शरण सिंह छात्रावास में एक विशाल रक्तदान शिविर एवं श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। यह आयोजन केवल एक पुण्यतिथि नहीं, बल्कि जीवन को जीवन से जोड़ने वाली प्रेरक कहानी का प्रतीक बन गया।
अनीता चौधरी ने अंगदान कर चार जिंदगियों को नया जीवन दिया। उनके अंगों से जुड़े वे लाभार्थी आज इस सभा में सशरीर उपस्थित रहेंगे, यह दृश्य किसी भी संवेदनशील हृदय को भावविभोर कर देने वाला होगा।
इस पुनीत अवसर पर 400 यूनिट रक्तदान का लक्ष्य रखा गया, जिसके लिए 500 से अधिक लोगों ने पंजीकरण कराया। यह रक्तदान महाअभियान मारवाड़, विशेषकर पश्चिमी राजस्थान में एक ऐतिहासिक संदेश बनकर उभरेगा – “मृत्यु के बाद भी जीवन संभव है, यदि संकल्प हो अंगदान का।”
परिवार का सेवाभाव
अनीता जी के पति ठाकराराम देहढू एक व्यवसायी हैं और देहढू परिवार लंबे समय से भामाशाह, दानदाता और नशा मुक्ति समर्थक परिवार के रूप में समाज में अग्रणी भूमिका निभाता रहा है। वहीं, उनके पिता भंवरलाल गोदारा पूर्व सरपंच रह चुके हैं और पंचायती राज व्यवस्था में उनका योगदान प्रशंसनीय रहा है।
AIIMS जोधपुर में पहली सफल हार्ट ट्रांसप्लांट केस
अनीता चौधरी का हार्ट ट्रांसप्लांट केस जोधपुर AIIMS में पहला सफल हृदय प्रत्यारोपण माना गया, जो चिकित्सा क्षेत्र में मील का पत्थर साबित हुआ।
सर्व समाज की उपस्थिति, सर्व धर्म की एकता
श्रद्धांजलि सभा में सभी जाति, वर्ग और धर्म के लोग मौजूद रहेंगे। अलग-अलग सरकारी विभागों के अधिकारी, सामाजिक कार्यकर्ता, छात्र, महिलाएं और युवा इस आयोजन में बढ़-चढ़कर भाग लेंगे। यह कार्यक्रम समरसता, सेवा और संवेदना का जीवंत उदाहरण बनने जा रहा है।
भविष्य की प्रेरणा
अनीता चौधरी के भाई मनोज गोदारा (सरपंच प्रतिनिधि) और पति ठाकराराम देहढू ने इस अवसर पर कहा –
“अनीता ने अपने जीवन की अंतिम सांसें चार जीवनों में समर्पित कीं। अब हमारा कर्तव्य है कि हम उनकी स्मृति को समाज सेवा, रक्तदान और अंगदान जैसे कार्यों से जीवित रखें।”
यह आयोजन केवल श्रद्धांजलि नहीं है, यह जीवन को नया अर्थ देने वाला एक आंदोलन है- एक बेटी, एक बहन, एक मां, एक महिला, जिसने मृत्यु में भी जीवन बोया।
बालोतरा टाइम्स की पूरी टीम अनिता चौधरी को भावपूर्ण श्रद्धांजलि देता है।